(इनफोकस - InFocus) क्षुद्रग्रह 2018-VP1 (Asteroid 2018 VP1)
सुर्खियों में क्यों?
- हाल ही में, नासा ने बताया कि अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से एक दिन पहले यानी 2 नवंबर 2020 को एक क्षुद्रग्रह यानी Asteroid की पृथ्वी से टकराने की संभावना है.
- क्षुद्रग्रह 2018VP1 नाम के इस खगोलीय पिंड को लेकर सोशल मीडिया पर कई लोग आशंका जाहिर कर रहे हैं कि यह बड़ा नुकसान पहुंचा सकता है.
- चूँकि यह क्षुद्रग्रह अमेरिका के पास ही पृथ्वी पर टकरा सकता है, और उसके ठीक अगले दिन अमेरिका में चुनाव भी है, इस वजह से लोगों के बीच चर्चा ज्यादा है.
क्षुद्रग्रह क्या होते हैं?
- क्षुद्रग्रह सौरमंडल मे घूमने वाले ऐसे खगोलिय पिंड होते हैं जो आपने आकार में ग्रहो से छोटे और उल्का पिंडो से बडे होते हैं.
- इन्हें अप्रधान ग्रह या ऐस्टरौएड भी कहा जाता है.
- वैज्ञानिकों का कहना है कि इनका निर्माण सौरमंडल के निर्माण के साथ ही हुआ था.
- ये ज्यादातर मंगल और बृहस्पति ग्रह के बीच मौजूद होते हैं, जो गुरुत्वाकर्षण शक्ति के कारण ही इन ग्रहों के बीच चक्कर लगा रहे हैं.
- इन वैज्ञानिकों का यह भी मानना है कि अतीत में इन क्षुद्रग्रहों के लम्बे काल तक पृथ्वी से टक्कर के चलते पृथ्वी के निर्माण में मदद मिली है.
- गौरतलब है कि यह टक्कर आज भी हो रहे हैं.
क्या है क्षुद्रग्रह 2018VP1?
- यह खगोलीय पिंड 2018VP1 है जो पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है. अंदेशा है कि यह क्षुद्रग्रह 2 नवंबर 2020 को पृथ्वी के सबसे पास होगा. इसे सबसे पहले 16 नवंबर 2018 को कैलीफोर्निया के पालोमार ऑबजर्वेटरी में खोजा गया था.
- नासा के जेट प्रपल्शन लैबोरेटरी पर सेंटर फॉर नियर अर्थ ऑबजेक्ट स्टडीज ने दावा किया है कि 0.002 किमी यानी केवल 2 मीटर व्यास वाले इस क्षुद्रग्रह का पृथ्वी पर ज्यादा असर नहीं होने वाला है.
- स्पेस रिफरेंस के अनुसार 2018VP1 क्षुद्रग्रह की पृथ्वी से दूरी 419,130 किलोमीटर दूरी होगी. उस उस वक्त उसकी गति 9.711 किलोमीटर प्रति सेकंड होगी. हालांकि नासा के तीन संभावित इंपैक्ट आंकलन इससे भी अधिक दूरी की बात कर रहे हैं.
- गौरतलब है कि इसी महीने की शुरुआत में एक फुटबॉल मैदान के आकार का 2009 PQ1 नाम का क्षुद्रग्रह पृथ्वी के पास से गुजरा था.
क्या इस पिंड की पृथ्वी से टकराने की संभावना है?
- राहत की बात यह है कि इस क्षुद्रग्रह के पृथ्वी से टकराने की संभावना नहीं है. इतना ही नहीं, इसे पर्याप्त रूप से खतरनाक क्षुद्रग्रह की श्रेणी में भी नहीं रखा गया है.
- कम्प्यूटर सिम्यूलेशन प्रोग्राम इस क्षुद्रग्रह के रास्ते का जैसा अनुमान लगा रहे हैं, उससे जाहिर है कि भविष्य में इसकी पृथ्वी से टकराने की कोई संभावना है.
- इसके पृथ्वी पर तीन तरह से टकराव हो सकते हैं, लेकिन नासा अनुमान व्यक्त किया है कि इसके पृथ्वी से टकराने के केवल .041 फ़ीसदी संभावना है.
तो फिर डर क्यों?
- अक्सर कई लोगों को लगता है कि क्षुद्रग्रह जब भी पृथ्वी की ओर आते हैं तो वे धरती से टकराने वाले हैं. जबकि वास्तविकता इससे अलग होती है.
- छोटे-मोटे क्षुद्रग्रह अगर पृथ्वी तक आ भी गए तो वे वायुमंडल में घुसने के बाद सतह पर पहुंचने से पहले ही जल चुके होंगे.
- पृथ्वी की सतह पर पहुंच तबाही मचाने के लिए क्षुद्रग्रह का आकार बहुत बड़ा होना चाहिए.